क्या मुसीबत में लोग साथ होते हैं…
बीमार व्यक्ति हमेशा भ्रम में जीता है. कभी वह देखता है कि उसे पहाड़ पर से कोई धक्का दे रहा है तो कभी कई नरमुंड...
विशिष्ट गीतकार : मनोज जैन मधुर
[table id=15 /] परिचय : मनोज जैन मधुर, गीत व कविताओं की सांत संग्रह प्रकाशित. विभिन्न संस्थाओं की आेर से 15 से अधिक सम्मान. सम्पर्क...
खास कलम : कल्पना पांडेय की छह कविताएं
[table id=14 /] ....................................................... परिचय : मुख्य अध्यापिका, केंद्रीय विद्यालय, प्रगति विहार, लोधी रोड, दिल्ली मो.- 09899809960 ब्लॉग - mukharkalpana.blogspot.in
दोहे – जयप्रकाश मिश्र
दोहे - जयप्रकाश मिश्र बच्चें भी पढ़ने लगे, तीर धनुष तलवार । दिल मेरा जलता रहा, देख हजारों बार।। उजड़ी बस्ती कह रही, जख्म भरा...
फ़िल्म समीक्षा
बंटवारे को लेकर एक अलग नजरिया देती है पार्टीशन 1947 अगर आप बंटवारे को लेकर जानना चाहते हैं, समझना चाहते हैं तो 'पार्टीशन 1947' आपको...
हास्य व्यंग्य
मूँछ, नाक और मनोबल - स्नेह मधुर हर इन्सान के चेहरे पर नाक होती है। शरीफ और पढ़े लिखे लोग इस नाक को अपनी इज्जत...
रंगमंच
नाटक - क्रमिक विकास, प्रयोग और प्रयोजन - वंदना शुक्ल - मार्क्स का अत्यंत प्रसिद्ध कथन है कि अभी तक दार्शनिकों ने दुनिया की व्याख्या...
पुस्तक-समीक्षा
उर्दू हिंदी अल्फ़ाज़ का हसीन मिलन शब्दों की कीमत शायरी का लगाव हमेशा दिल से रहा है. मौज़ू और मंज़ूम कलाम को शायरी कहते हैं....
बच्चों का कोना
गोपी लौट आया - दर्शन सिंह आशट जब स्कूल से घर आकर गोपी ने अपना बैग फर्श पर फेंका तो उस में से कुछ फटी...
आलेख
शरद कोकास के शीघ्र प्रकाश्य पुस्तक मस्तिष्क की सत्ता की पांच कड़ियां हम पैदा ही नहीं होते तो क्या होता ? ज़रा सोचकर देखिये अगर...