विशिष्ट ग़ज़लकार :: पंकज सिद्धार्थ

ग़ज़ल पंकज सिद्धार्थ  माँ अपनी संतान के सर पर आँचल को फैलाती है धूप में शीतल छाया देकर सुख उसको पहुँचाती है आशीर्वाद के फूल...

विशिष्ट ग़ज़लकार :: अनिरुद्ध सिन्हा

मां अनिरुद्ध सिन्हा सच पूछो तो ममता की जंज़ीर चुरा ली है मैंने माँ से माँ की ही तस्वीर चुरा ली है कुछ बिखरी उम्मीदों...