आदमियों के जंगल में सांप की मौत : सुरेश सौरभ
आदमियों के जंगल में सांप की मौत (हास्य व्यंग्य) -सुरेश सौरभ सांपों के जंगल में एक सभा चल रही थी। एक सांपिन फूट-फूट कर रोए जा रही थी, तभी…
आदमियों के जंगल में सांप की मौत (हास्य व्यंग्य) -सुरेश सौरभ सांपों के जंगल में एक सभा चल रही थी। एक सांपिन फूट-फूट कर रोए जा रही थी, तभी…
कैट फिश प्रशांत करण पहले तो यह साफ कर दूं कि मांसाहारी भोजन से मेरा लेना देना नहीं है। आजकल फेसबुक और यू ट्यूब पर कैटफिश पकड़ने के नए नए…
आत्मनिर्भरता – प्रशांत करण परसों ही लौकडाउन चार के समय हमारे आर्यावर्त के प्रधानमंत्री जी ने देश को सम्बोधित करते…
ख़्वाहिश करना कोई गुनाह तो नहीं ! – रश्मि तरिका इंसानों की इस दुनिया में, बस यही तो इक रोना है …. जज़्बात अपने हों तो ही जज़्बात हैं,…
मूँछ, नाक और मनोबल – स्नेह मधुर हर इन्सान के चेहरे पर नाक होती है। शरीफ और पढ़े लिखे लोग इस नाक को अपनी इज्जत बताते हैं। वैसे जानवरों की…
इतना तो लगभग निश्चित हो ही चुका है कि कवि कालिदास नाम के सज्जन कभी न कभी हुए ज़रूर थे। क्यों कि किसी और देश ने उनके बारे में अपना…