दुष्यंत पूर्व हिन्दी ग़ज़लकार : ज्ञानप्रकाश पाण्डेय
दुष्यंत पूर्व हिन्दी ग़ज़लकार : ज्ञानप्रकाश पाण्डेय कोई भी घटना अकस्मात नहीं घटती, उसके नेपथ्य में कोई-न-कोई प्रक्रिया बहुत पहले से चल रही होती है। ग़ज़ल का हिन्दी में आगमन…
दुष्यंत पूर्व हिन्दी ग़ज़लकार : ज्ञानप्रकाश पाण्डेय कोई भी घटना अकस्मात नहीं घटती, उसके नेपथ्य में कोई-न-कोई प्रक्रिया बहुत पहले से चल रही होती है। ग़ज़ल का हिन्दी में आगमन…
लोक,समाज और विचारधारा की त्रिवेणी थे बेनीपुरी …
रामवृक्ष बेनीपुरी की जीवन दास्तान – मंहथ राजीव रंजन दास छात्र जीवन मे ही महात्मा…
आत्मकथा और आत्मछलना के विभिन्न रूप : राजेन्द्र यादव – बातचीत : रूप सिंह चंदेल दलित और नारी विमर्श आज साहित्य और वैचारिक विमर्श की मुख्यधारा बन गया है…
ग़रीबी देशकाल के अनुसार अपनी परिभाषा बदलती है शरद कोकास गाँधी विद्यालय भंडारा में मिडिल स्कूल में श्री घड़ोले हमें अंग्रेज़ी पढ़ाते थे ৷ एक दिन घड़ोले सर के…
होमी जहांगीर भाभा प्रेमकुमार मणि सुमंत जी के एक रिपोस्ट से जानकारी मिली कि आज वैज्ञानिक होमी जहांगीर भाभा का जन्मदिन है । यह भी जान सका कि कुछ समय…
योग के साथ, घर में योग कुमार कृष्णन कोविड-19 महामारी के बीच लोगों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चुनौतियाँ बढ़ती जा रही हैं। इस अप्रत्याशित समय में योग…
कहां गुम हो गई… बबीता गुप्ता आत्मविश्वास से ओत-प्रोत होकर भी उन्होने अपना जीवन एक पिंजरे में कैद पंछी की तरह व्यतीत किया.वो समाज की ही नहीं,परिवार की परंपरावादी व…
बहुआयामी प्रतिभा की धनी : डाॅ शांति कुमारी जयप्रकाश मिश्र हिंदी तथा बज्जिका साहित्य की यशस्विनी साहित्यकार एवं कवयित्री डाॅ शांति कुमारी का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है…
वर्तमान परिदृश्य और शिक्षा चितरंजन कुमार शिक्षा जीवन पर्यंत चलने वाली प्रक्रिया है। शिक्षा मानवीय संस्कार और सरोकार को बदलने का एक मात्र माध्यम है ।शिक्षा ग्रहण का यह कार्य…