विशिष्ट ग़ज़्रलकार :: डॉ.विनोद प्रकाश गुप्ता

डॉ. विनोद प्रकाश गुप्ता ‘शलभ’ की छह ग़ज़लें 1 लाया हूँ मैं अभिसार में भीगी हुई ग़ज़लें , दिल के किसी तहख़ाने से निकली हुई ग़ज़लें । आती हैं ये…