विशिष्ट कवि :: अरुण शीतांश

चोंप पारिस्थितिकी संतुलन के लिए हर घर मे एक बागीचा चाहिए पेडो़ं में फल हो छोटे पौधों मे फूल रोज़ नई घटना की तरह बना रहे सुंदर पर्यावरण जंगल की…

विशिष्ट कहानीकार :: नज़्म सुभाष

खाली हाथ – नज़्म सुभाष चचा ने सफेद कुर्ते पर काली सदरी पहनी ।सिर पर टोपी लगाई,कांधे पर रूमाल रखा और अपनी साइकिल बाहर निकाली, चूड़ियों का बक्सा कैरियर पर…

पुस्तक समीक्षा :: नीरज नीर

अगस्त्य के महानायक श्रीराम : एक मनुष्य के रूप में राम के अंतर्द्वंद्वों की पड़ताल – नीरज नीर राम कथा का कथानक ऐसा है कि इसे जितनी बार लिखा जाये,…

विशिष्ट गीतकार :: शैलेंद्र शर्मा

सावन के झूले यादों में शेष रहे सावन के झूले गाँव-गाँव फैल गई शहरों की धूल छुईमुई पुरवा पर हँसते बबूल रह-रहके सूरज तरेरता है आँखें बाहों में भरने को…

आलेख :: संजीव जैन

भूमंडलीकरण: विभिन्न आयाम – संजीव जैन भूमंडलीकरण एक महत्वपूर्ण ही नही अत्यंत ताकतवर परिघटना है जिसकी जननी ‘आधुनिकता’ की अवधारणा थी। आधुनिकता की बहुत ही खास प्रवृत्ति थी कि वह…

विशिष्ट ग़ज़लकार : प्रेम किरण

1 हसीं मंज़र सलामत है ये दुनिया ख़ूबसूरत है नदी में चांद उतरा है क़यामत की अलामत है तुम्हारी झील सी आंखें हमारी प्यास बरकत है इधर है आग का…