विशिष्ट कवयित्री : सुषमा सिन्हा
सफेद झूठ तस्वीर के इस तरफ खड़ी मैं बताती रही उसे कि यह बिल्कुल साफ और सफेद है तस्वीर के उस तरफ खड़ा वह मानने से करता रहा इंकार कहता…
सफेद झूठ तस्वीर के इस तरफ खड़ी मैं बताती रही उसे कि यह बिल्कुल साफ और सफेद है तस्वीर के उस तरफ खड़ा वह मानने से करता रहा इंकार कहता…
बातों में बात बातों में उनकी बात करे रातों में उनके साथ जरे माटी के नन्हे दीपक से उजियारे की सौगात वरे गूंथे कविता की चोटी में आशा की…
1 कभी क़ुहरा कभी बादल खुले मौसम अगर तो धूप आये आंगने में ।भँवर से कश्तियाँ बाहर कोई कैसे निकाले लहर बैठी हुई है मोर्चे अपने संभाले। जहाँ हों पुल …
9 दिसंबर जन्म दिवस पर विशेष – राजेश कुमार शर्मा पुरोहित दूसरा सप्तक के कवियों में प्रमुख नाम रघुवीर सहाय का आता है। हिंदी के विलक्षण कवि,लेखक,पत्रकार,संपादक,अनुवादक,कथाकार,आलोचक।रघुवीर सहाय का जन्म…
माटी के कलाकार हकु शाह जिनकी उपलब्धियों का फैलाव बहुत होता है। कोई भी उनके व्यक्तित्व और उनकी कृतियों को विस्तार में बह सकता है। लेकिन उन्हें नाप नहीं सकता…
इकलसूमड़े हम सब हैरान थे । वर्मा दम्पत्ति का सदा उजाड़ और फीका सा रहने वाला मकान इस वक्त हमारे कस्बे के सबसे चतुर ठेकेदार की देख-रेख में अपना श्रृंगार…
अजीब सी लड़कियां वो अजीब लड़की सिगरेट पीते हुए साँसे तेज अन्दर लेती थी चिहुँक कर आँखे बाहर आने लगती हैं पर खुद को संभालते हुए, खूब सारा धुंआ गोल…
1 लगते हैं उनको अपने सितम भी सितम कहां होती है ज़ालिमों की कभी आँख नम कहाँ.. हर ग़म समेट लेती थी आँचल मे अपने माँ.. अब सूझता नहीं कि…