लघुकथा :: सुरेश सौरभ

सुरेश सौरभ की दो लघुकथाएं सहारे  घर की  तंगहाली से परेशान हो, उसे दूर करने हेतु, वह भगवान के सहारे होकर , एक दूर के पहुंचे, भगवान के पास पहुंची।…

प्रगतिशीलता का दंश :: दिनेश ‘तपन’

प्रगतिशीलता का दंश               –  दिनेश ‘तपन’ वे उच्च शिक्षा प्राप्त एक सम्पन्न व्यक्ति थे,मगर उन्हें गाँव का वातावरण प्रियकर नहीं लगा,लिहाजा पचास-साठ बीघे…

एक तीर दो निशान :: ज्वाला सांध्यपुष्प

एक तीर दो निशान ज्वाला सांध्यपुष्प शाम का वक़्त था। प्रभारी सब-इंस्पेक्टर आर के यादव अपने साथी सब-इंस्पेक्टर सुदीप पांडेय के साथ  थाने के पिछवाड़े के एक प्राइवेट कमरे में…