लघुकथा :: जयप्रकाश मिश्र

मरछिया जयप्रकाश मिश्र अनाथ मरछिया कुत्ते के जूठे पत्तल चाट-चाटकर युवती हो गयी थी । आदर्श की रेशमी चादर ओढ़कर सिद्धान्त बघारने वाले उसकी प्रतीक्षा में पलक पाबड़े बिछाये बैठे…

लघुकथा :: नज़्म सुभाष

खबरी अम्मा             – नज़्म सुभाष  अहले सुबह उठकर सारी नित्यक्रिया निपटाकर अंततः अम्मा छः बजे तक एकदम फ्री हो जाती फिर शुरू होती उनकी घरवादारी….…

लघुकथा :: अमिताभ कुमार अकेला

 अमिताभ कुमार अकेला की दो लघुकथाएं रावण कौन आज विजयदशमी है। लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं की भीड़ रावण का पुतला दहन देखने हेतु गाँधी मैदान में जमा हुयी। मैदान…

लघुकथा :: एस.मनोज

विरासत घनानंद बाबू जीवन की नैतिकता और मर्यादाओं का पालन करते हुए आदर्श जीवन जीते रहे और उन्होंने अपने दोनों बेटों रूपक और दीपक को उच्च कोटि की शिक्षा दिलवाया।…

लघुकथा :: शिखा तिवारी

*दरोगा* “साहब हमार रपट लिख लो, हम गरीब बुढि़या एगो गाय पाल के आपन गुजर करती हैं। अऊर उ महेसरा हमार जगह गाय सब कब्जा कर लेत है।” “कहाँ से…