माँ
– रशीद अहमद शेख़ ‘रशीद’
ममता की खान
स्नेह का सागर अनुपम
उसका उर अद्भुत विद्यालय
जन्म दायिनी
सतत रक्षिका
पालन-पोषण करती अविरल
छाती का अमृत प्रदान कर
जीवन दान करे संतति को
उसका आँचल
सुखदाई है
उसकी छाया
शांति निकेतन
अभय दान है
उसके बोल
स्नेहपूरित हैं
है अनमोल
उसका वरदान
जग के सारे महापुरुष
अगणित नर-नारी
हुए सफल
पहुँचे शिखरों पर
पाकर
उसका ही आशीष
माता तुल्य कहीं न कोई
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