जीवन के सभी रसों और रंगों में भीगी कविताएँ :: सुधा ओम ढींगरा

जीवन के सभी रसों और रंगों में भीगी कविताएँ सुधा ओम ढींगरा रेखा भाटिया का नया काव्य संग्रह ‘सरहदों के पार दरख़्तों के साये में’ मिला। एक ही बैठक में…

अपनी राह स्वयं बनाता : रथ के धूल भरे पाँव :: नीरज नीर

अपनी राह स्वयं बनाता : रथ के धूल भरे पाँव नीरज नीर प्रांजल भाषा और शब्दज्ञान के धनी अजित राय की कविताओं से गुजरते हुए यह निःसंदेह ज्ञात होता है…

जन सरोकारों से लबरेज़ ग़ज़लों का गुलदस्ता :: डॉ भावना

जन सरोकारों से लबरेज़ ग़ज़लों का गुलदस्ता :: डॉ भावना “प्यास ही प्यास” बी आर विप्लवी  का सद्य  प्रकाशित ग़ज़ल संग्रह है, जो विप्लवी  प्रकाशन,  गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश से छप…

स्त्री और प्रकृति के अंतर्संबंधों के गीत : सत्यम भारती

पुस्तक समीक्षा ………………………………………………….. स्त्री और प्रकृति के अंतर्संबंधों के गीत सत्यम भारती प्रकृति और स्त्री में  बहुत हद तक एकरूपता है, दोनों का उद्देश्य  परोपकार,  समर्पण, दया और सद्भाव रहा…

एक उपन्यास जिसे पढ़ना ही चाहिए : डॉ. दुर्गाप्रसाद अग्रवाल

पुस्तक-समीक्षा ……………………………………………. एक उपन्यास जिसे आपको पढ़ना ही चाहिए डॉ. दुर्गाप्रसाद अग्रवाल अपने दो ही तो शौक़ हैं – पढ़ना और (संगीत ) सुनना. खूब मोटी-मोटी किताबें भी पढ़ी हैं.…

समीक्षा :: ‘तस्वीर लिख रहा हूँ “

पुस्तक – समीक्षा सामाजिक तस्वीरों की ग़ज़लों के ‘ऋषि’ –डॉ. किशन तिवारी   पुस्तक – ‘तस्वीर लिख रहा हूँ’ (ग़ज़ल-संग्रह) कवि   – ऋषिपाल धीमान ‘ऋषि’ प्रकाशक- बोधि प्रकाशन, जयपुर पृष्ठ  …

समीक्षा :: ऑंगन का शजर

  स्त्री-जीवन और समकालीन यथार्थ को अभिव्यक्ति देती ग़ज़लें ‌‌                      -कमलेश भट्ट कमल कवयित्री ममता किरण मूलत: और मन से ग़ज़लकार ही हैं जैसा कि 75 ग़ज़लों के इस सद्य:…