विशिष्ट गीतकार : ज्ञान प्रकाश आकुल

(1) जितने लोग पढ़ेंगे पढ़कर, जितनी बार नयन रोयेंगे समझो उतनी बार, गीत को लिखने वाला रोया होगा। सदियों की अनुभूत उदासी यूँ ही नहीं कथ्य में आयी आँसू आँसू…

विशिष्ट गीतकार : वीरेन्द्र आस्तिक

सर-सर बहा पवन अकस्मात इस मधुवन में सर-सर बहा पवन तभी देखने में आया इक नटखट मौसम झूम उठी हर टहनी जैसे झूम उठें झूमर कई जंगली चिड़ियां बैठी झूल…

विशिष्ट गीतकार : राम किशोर दाहिया

स्वाभिमान का जीना  लीकें होती रहीं पुरानी सड़कों में तब्दील नियम-धरम का पालन कर हम भटके मीलों-मील । लगीं अर्जियाँ ख़ारिज लौटीं द्वार कौन-सा देखें उलटी गिनती फ़ाइल पढ़ती किसके…

विशिष्ट गीतकार :: शुभम् श्रीवास्तव ओम्

एक चिड़िया फड़फड़ाती अब असम्भव हो रहा है इस व्यथा को शब्द देना रील में उलझे हुए पर एक चिड़िया फड़फड़ाती। उँगलियों के पोर में कुछ काँच के जैसा करकता…

विशिष्ट गीतकार : अवनीश त्रिपाठी

【एक】 अँजुरी भर अँगड़ाई सिरज रहा है धूप सलोनी सिरहाने पर सूरज भोर झरोखे पर ले आई अँजुरी भर अँगड़ाई। दूर क्षितिज पर टहल रहे हैं बादल के मृगछौने श्याम-सलोने…

विशिष्ट गीतकार : शिव कुमार बिलगरामी

प्यार करते हो मुझे तुम तो यही उपहार देना मैं तुम्हारा हो न पाऊँ , फिर भी मुझको प्यार देना तुम अगर मेरे सुहृद हो तो मुझे तुम प्यार करना…

विशिष्ट गीतकार : शांति सुमन

पुलकवाली नींद तुम नदी होते तुम्हीं से कहा करते बात मन की लहर से हम मांग लाते धार पर बहना और उल्टी हवाओं में पांव थिर रखना तुम हवा होते…

विशिष्ट गीतकार : वशिष्ठ अनूप

साँस रुक सी गयी साँस रुक सी गयी, थम गयीं धड़कनें तुमको देखा तो दिल मुस्कराने लगा। ये निगाहें ठगी -सी रहीं देखती इक अजब -सा नशा मुझपे छाने लगा!!…