जन सरोकारों से लबरेज़ ग़ज़लों का गुलदस्ता :: डॉ भावना

जन सरोकारों से लबरेज़ ग़ज़लों का गुलदस्ता :: डॉ भावना “प्यास ही प्यास” बी आर विप्लवी  का सद्य  प्रकाशित ग़ज़ल संग्रह है, जो विप्लवी  प्रकाशन,  गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश से छप…

आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्री का  जन्मदिन, जिसे वे बहुत धूमधाम से मनाते थे :: मुकेश प्रत्युष

आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री का  जन्मदिन, जिसे वे बहुत धूमधाम से मनाते थे                                  …

लघुकथा :: अमिताभ कुमार अकेला

 अमिताभ कुमार अकेला की दो लघुकथाएं रावण कौन आज विजयदशमी है। लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं की भीड़ रावण का पुतला दहन देखने हेतु गाँधी मैदान में जमा हुयी। मैदान…

विशिष्ट गीतकार :: पंकज वसंत

1 आओ हे! नव वर्ष, स्वागत !तेरा नव वर्ष, हर्ष-आनन्द चंद कम ले आना आओ प्रिय,लेकिन अधरों पर प्रतिबंध नहीं लेकर आना! मुस्काती प्रति प्रत्यूष घड़ी सुस्मित साँझें सतरंग लिएं…

विशिष्ट कहानीकार :: नीरज नीर

दर्द न जाने कोई नीरज नीर बरसात के बाद नदी जब अपना पानी समेटती है तो कुछ पानी किनारे के गड्ढों में छोड़ती चली जाती है। मुख्य धारा से पीछे…

विशिष्ट ग़ज़लकार :: हस्तीमल हस्ती

1 रस्ता चाहे जैसा दे साथी लेकिन अच्छा दे प्यार पे हँसने वालों को प्यार में थोड़ा उलझा दे जिसमें सदियां जी लूं मैं इक लम्हा तो ऐसा दे जैसा…