खास कलम : गरिमा सक्सेना
1 इस सूखे में बीज न पनपे फिर जीवन से ठना युद्ध है पिॆछली बार मरा था रामू हल्कू भी झूला फंदे पर क्या करता...
खास कलम : विनय
हँसी का सौंदर्य झरने की तरह कल–कल करती ध्वनि आसमान में चिड़ियों का कलरव फूलों पर मंडराते भौंरों का गुंजन या फिर अल्हड़ हवाओं की...
खास कलम : गुड़िया पांडेय
दुर्जीव पहचान करो पहचान करो, उस दानव की पहचान करो। जो दैत्य से भी बढ़कर है, उस मानव की पहचान करो। जो रोज आके इन...
खास कलम : पूनम गुजरानी
बातों में बात बातों में उनकी बात करे रातों में उनके साथ जरे माटी के नन्हे दीपक से उजियारे की सौगात वरे गूंथे कविता की...
खास कलम : विकास
ग़ज़लें 1 प्यार का नाम क्या लिया उसने अपना दामन सजा लिया उसने गुनगुनाती हुई ग़ज़ल की तरह दर्द अपना छुपा लिया उसने क्या ग़रज़ ...
खास कलम : गुंजन गुप्ता
खास कलम : गुंजन गुप्ता हाइकु धनतेरस धन बरसाये व लाये खुशियाँ ॥ धन्वंतरि दें आशीष मिटे रोग रहें आरोग्य ॥ दीपावली में लक्ष्मी गणेश...
खास कलम : कल्पना पांडेय की छह कविताएं
[table id=14 /] ....................................................... परिचय : मुख्य अध्यापिका, केंद्रीय विद्यालय, प्रगति विहार, लोधी रोड, दिल्ली मो.- 09899809960 ब्लॉग - mukharkalpana.blogspot.in
दोहे – जयप्रकाश मिश्र
दोहे - जयप्रकाश मिश्र बच्चें भी पढ़ने लगे, तीर धनुष तलवार । दिल मेरा जलता रहा, देख हजारों बार।। उजड़ी बस्ती कह रही, जख्म भरा...
कल्पना पांडेय की चार कविताएं
लाल दुख.. दुःख तो हमेशा से ही सदाबहार रहा है पर उसमें खिलने वाले फूल .... वो फूल... जो किसी स्त्री की देह के लिए...
खास कलम : कैफ़ी हाश्मी
[table id=9 /] परिचय - कविता एवं कहानी लेखन- ललन टॉप कहानी लेखन प्रतियोगीता में प्रथम पुरस्कार दिल्ली के एक स्कूल मे शिक्षक