पुस्तक समीक्षा :: ईश्वर का अनुवाद करते हुए
विलक्षण, बिंब, प्रतीक और भाषा का संगम 'ईश्वर का अनुवाद करते हुए' 'ईश्वर का अनुवाद करते हुए' वरिष्ठ कवि डॉक्टर स्वदेश कुमार भटनागर का सद्य...
ट्वईंटी-ट्वईंटी के प्लाट पर प्रेम :: चित्तरंजन कुमार
ट्वईंटी-ट्वईंटी के प्लाट पर प्रेम - चित्तरंजन कुमार किस-किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम तू मुझसे खफा है तो जमाने के लिए आ -अहमद...
विशिष्ट ग़ज़लकार :: सुधीर कुमार प्रोग्रामर
सुधीर कुमार प्रोग्रामर की पांच ग़ज़लें 1 लगाकर आग बस्ती से निकल जाने की आदत है जिन्हें हर बात में झूठी कसम खाने की आदत...
खास कलम :: डॉ पंकज कर्ण की ग़ज़लें
1 बहुत बारीकियों से तोलता है खरा सिक्का कभी जब बोलता है नसीहत है के उससे बच के रहिए जो कानों में ज़हर को घोलता...
खास कलम : अंजनी कुमार सुमन
1 ये है मेरा ये है तेरा को किनारा रखना मेरा भारत तो हमारा था हमारा रखना कहा इकबाल ने सारे जहाँ से अच्छा था...
विशिष्ट कहानीकार :: चाँदनी समर
कब्र की मिट्टी - चाँदनी समर सर्दी और बढ़ गई थी। मैने लिहाफ़ खींच खुद को उसमे लपेट लिया कि आज देर तक सोऊंगी ।...
सामाजिक दायित्व के बोध की ग़ज़लें :: चुप्पियों के बीच
सामाजिक दायित्व के बोध की ग़ज़लें :: चुप्पियों के बीच मुकेश कुमार सिन्हा वो विज्ञान की विद्यार्थी रहीं हैं। रसायन शास्त्र पसंदीदा विषय है।...
लघुकथा :: ज्वाला सांध्यपुष्प
मां का आशीर्वाद - ज्वाला सांध्यपुष्प आज शहर के युवा चिकित्सक अमितशंकर के प्रथम पुत्र की छट्ठी की रस्म थी और वे खुद अनुपस्थित थे।शहर...
विशिष्ट ग़ज़लकार :: स्वदेश भटनागर
1 वक्त ने कैसी तल्खियां दे दी कब्र के नाम चिट्ठियां दे दी ले के लम्हों ने हमसे आवाजें बात करने को चुप्पियां दे दी...
विशिष्ट गीतकार :: अवनीश सिंह चौहान
देवी धरती की दूब देख लगता यह सच्ची कामगार धरती की मेड़ों को साध रही है खेतों को बाँध रही है कटी-फटी भू को अपनी-...