विशिष्ट गीतकार : अवनीश त्रिपाठी
दिन कटे हैं धूप चुनते रात कोरी कल्पना में दिन कटे हैं धूप चुनते। प्यास लेकर जी रहीं हैं आज समिधाएँ नई कुण्ड में पड़ने...
प्रसाद और बेनीपुरी के ऐतिहासिक नाटकों की चरित्र योजना :: डॉ शेखर शंकर मिश्र
प्रसाद और बेनीपुरी के ऐतिहासिक नाटकों की चरित्र योजना - डॉ शेखर शंकर मिश्र नाटक दृश्यकाव्य की सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण विधा है, जिसे ‘अवस्था की अनुकृति’...
रामवृक्ष बेनीपुरी एक अद्भुत रचनाकार
रामवृक्ष बेनीपुरी एक अद्भुत रचनाकार - संजीव जैन हिंदी साहित्य के आधुनिक काल के लेखकों में रामवृक्ष बेनीपुरी एक विशिष्ट स्थान के अधिकारी हैं, परंतु...
गेहूँ और गुलाब :: रामवृक्ष बेनीपुरी
गेहूँ और गुलाब गेहूँ हम खाते हैं, गुलाब सूँघते हैं। एक से शरीर की पुष्टि होती है, दूसरे से मानस तृप्त होता है। गेहूँ बड़ा...