कहानी :फेसबुक फ्रैंड ::गोपाल मोहन मिश्र

ऑफिस से थकी हारी निर्मला जैसे ही घर में घुसी तो देखा उसका बेटा श्रेयस मोबाईल से चिपका हुआ है । सारा घर अस्त व्यस्त...

समीक्षा :: ‘तस्वीर लिख रहा हूँ “

पुस्तक – समीक्षा सामाजिक तस्वीरों की ग़ज़लों के ‘ऋषि’ --डॉ. किशन तिवारी   पुस्तक - ‘तस्वीर लिख रहा हूँ’ (ग़ज़ल-संग्रह) कवि   - ऋषिपाल धीमान ‘ऋषि’...

निबंध :: आधुनिक परिप्रेक्ष्य में टैगोर

"आधुनिक परिप्रेक्ष्य में टैगोर" सत्यम शिवम सुंदरम गुरुवर रवीन्द्र नाथ टैगोर भारतीय सांस्कृतिक विरासत के शाश्र्वत प्रतिनिधि हैं और रहेंगे। विश्व कवि,चित्रकार, शिक्षाविद और सब...