ख़ास कलम :: हेमा सिंह
देश भक्ति गीत - हेमा सिंह हम रहे न रहे देश मेरा रहे ! यूँ ही आबाद मेरा तिरंगा रहे! जान है, शान है देश...
लघुकथा :: डॉ. सुमन मेहरोत्रा
हमारा राष्ट्रीय ध्वज - डॉ सुमन मेहरोत्रा कल स्कूल में झंडा फहराया जायेगा. सभी बच्चों को एक झंडा...
विशिष्ट ग़ज़लकार :: के.पी.अनमोल
के.पी. अनमोल की दो ग़ज़लें 1 है दिल से ये निकलती सदा वन्दे मातरम मेरे वतन, तू मेरी वफ़ा वन्दे मातरम नापाक हौसलों से कहो...
विशिष्ट कवयित्री :: लता सिन्हा ज्योतिर्मय
क़लम के सिपाही - लता सिन्हा ज्योतिर्मय बड़ी थी ललक, करुँ देश की सेवा निरंतर हो लग्न एक...
विशिष्ट गीतकार :: वशिष्ठ अनूप
वशिष्ठ अनूप के दो गीत हमारा वतन जाति-धर्मों में इसको न बाँटे कोई प्रेम की पाठशाला हमारा वतन । इसके जैसा नहीं है कोई...