विशिष्ट कवि : असलम हसन
मुश्किल है आसाँ होना कितना मुश्किल है आसाँ होना फूलों की तरह खिलखिलाना चिड़ियों की तरह चहचहाना कितना मुश्किल है सुनना फुर्सत से कभी दिल...
विशिष्ट ग़ज़लकार : रमेश ‘कँवल’
रमेश ‘कँवल’ की ग़ज़लें 1 मुंह पे गमछा बाँधने की ठान ली गाँव ने दो गज़ की दूरी मान ली आपदाओं में भी अवसर...
आलेख : मनोज जैन
मिल्टन से टकराता रहता रोज ईसुरी फाग के बहाने जंगबहादुर बंधु के दो गीतों पर मनोज जैन का समीक्षात्मक आलेख साहित्यिक विरादरी का शायद ही...
समीक्षा : मधुकर वनमाली
नई समीक्षा : ईदगाह (मुंशी प्रेमचंद) – मधुकर वनमाली सत्यम शिवम सुंदरम ईदगाह, हिन्दुस्तान की कहानी है।वह हिन्दुस्तान जिसकी तहजीब आज खो गई है।वही तहजीब...
लघुकथा :: डॉ कुँवर दिनेश सिंह
डॉ कुँवर दिनेश सिंह की दो लघुकथाएं आत्मा का घर "सादा जीवन, उच्च विचार"― बहुत-से महापुरुषों का यही उपदेश रहा है। लेकिन इसका यह...
खास कलम : ज़हीर अली सिद्दीक़ी
ज़हीर अली सिद्दीक़ी की तीन कविताएं नंगे पांव 'सड़क' ख़ासा तप रही रास्ते कांटें भरे नंगे पांव चल पड़े मंज़िल ए उत्साह में सफ़र लम्बा...
सुशांत, आखिर क्यों ,सुशांत ! – सलिल सरोज
सुशांत, आखिर क्यों ,सुशांत ! - सलिल सरोज आत्महत्या निस्संदेह में एक जघन्य पाप है। एक आदमी जो खुद को मारता है, उसे इस दुनिया...
चीन की खतरनाक महात्वाकांक्षा और भारत सहित अन्य देश : रत्नेश कुमार मिश्रा
चीन की खतरनाक महात्वाकांक्षा और भारत सहित अन्य देश ...
पुस्तक समीक्षा : वो पता ढूंढें हमारा (ग़ज़ल संग्रह) – जीवन सिंह
मुसीबत में ईमान की रक्षा करने वाली ग़ज़लें - जीवन सिंह जब से दुष्यंत कुमार ने ग़ज़ल को उसकी अपनी पारंपरिक चौहद्दियों से बाहर निकालकर...
खास कलम : डॉ अन्जुम बाराबंकवी
1 दर्द से, रंज से, तकलीफ़ से हलकान हैं हम, इतनी आबादी में रहते हुए वीरान हैं हम। इन दिनों ख़ौफ़ का बेचैनी का...