विशिष्ट कवि : अरविंद भट्ट
चारदीवारी तुम्हारे अपने शहर में, अतिव्यस्त मार्केट की चकाचौंध, और लोगों की रेलमपेल के सहारे आगे बढ़ते, जहाँ सड़क और फुटपाथ के अंतर की सीमा...
खास कलम : आराधना शुक्ला
1 शातिर हैं अब हवा के झोंके, कातिल बड़ी बयार चिरैय्या खबरदार नहीं घोसला रहा सुरक्षित, पिंजड़े में भी खतरा कैसे जान सकेगी, किसका मन...
पुस्तक समीक्षा : अरविंद भट्ट
पुस्तक समीक्षा :: वह सांप सीढ़ी नहीं खेलता कविता लेखन एक साधना है. यह शब्दों का ताना-बाना भर ही नहीं होता. भावनाओं को व्यक्त करने...
सर्दी, गर्मी और बारिश में भीगता हुआ शायर : भावना
सर्दी, गर्मी और बारिश में भीगता हुआ शायर लेखन की कोई अवस्था नहीं होती, लेकिन लेखन का संयोग अवश्य होता है। वह संयोग जो अकस्मात्...
विशिष्ट कहानीकार : अवधेश प्रीत
कजरी - अवधेश प्रीत कजरी की हालत अब देखी नहीं जा रही। रात जैसे-जैसे गहराती जा रही है फजलू मियां की तबीयत डूबती जा रही...
विशिष्ट कवयित्री : कल्पना मनोरमा
अग्निफूल सूरज के अनुभव में चाँद छोटा चाँद के अनुभव में तारा छोटा तारे के अनुभव में जुगनू छोटा और जुगनू भी समझता है छोटा...
खास कलम : गरिमा सक्सेना
रक्षाबंधन बहन-भ्रात के प्यार का, यह अनुपम त्योहार। रक्षाबंधन जोड़ता, दिल से दिल का तार।। कच्चा धागा प्रेम का, बाँध भ्रात के हाथ। माँगे भगिनी...
विशिष्ट ग़ज़लकार : कुँअर बेचैन
1 मिल न पाए जब ज़मीं पर, तो उड़ानों में मिले बन के बादल दोस्त हम कितने ज़मानों में मिले अपनी क्या औक़ात जब बिकने...
विशिष्ट गीतकार : रविशंकर मिश्र
नज़र लग गयी घायल है, चोट किधर किधर लग गयी, सोने की चिड़िया की फिकर लग गयी। हौसला गज़ब का था गज़ब की उड़ान एक...