ग़ज़लकार डॉ अनिरुद्ध सिन्हा से कुसुमलता सिंह की बातचीत
प्रश्न –आप पिछले कई दशकों से रचनकर्म से जुड़े कवि,कथाकार आलोचक हैं । इधर कुछ वर्षों में आपने हिन्दी ग़ज़ल की दुनिया में मजबूत पहचान...
विशिष्ट ग़ज़लकार : डॉ भावना
1 लोगों जरा तुम सुन लो रक्खो बहुत सफाई कोरोना नाम की इक चीनी बीमारी आई इक दिन दवा बनेगी ,इक दिन हम मात देंगे...
लघुकथा : अरविंद भट्ट
अरविंद भट्ट की दो लघुकथाएं रोटी एक तो दिल्ली की जून की तपती, दहकती दोपहरी और शरीर को तंदूर की तरह सेंके जा रही...
आत्मनिर्भरता : प्रशांत करण
आत्मनिर्भरता - प्रशांत करण परसों ही लौकडाउन चार के समय हमारे आर्यावर्त के प्रधानमंत्री जी...
विशिष्ट गीतकार : वशिष्ठ अनूप
कल एक नर्स की मासूम बच्ची और एक पुलिस के मासूम बच्चे को माता-पिता के लिए तड़पते देखकर मन बहुत भावुक हो गया।महामारी से लड़...
विशिष्ट कहानीकार : माधवी चौधरी
कर्तव्य पथ - माधवी चौधरी कल से ही अमृत की तबीयत फिर खराब थी । नीलम परेशान...
‘समाजवाद या बर्बरतावाद : मार्क्सवाद का द्वंद्वात्मक अंतर्विरोध’ : डॉ संजीव जैन
'समाजवाद या बर्बरतावाद : मार्क्सवाद का द्वंद्वात्मक अंतर्विरोध' रोजा लक्जमबर्ग ने मार्क्स के अध्ययन और पूंजीवादी व्यवस्था या उत्पादन पद्धति के उनके विश्लेषण के परिणामों...
विशिष्ट गीतकार : मृदुल शर्मा
1 सगुन पांखी अब नहीं इस तरफ आते।। जि़न्दगी जकड़ी हुई है हादसों मे। खून बन कर बह रहा है भय नसों मे। ...
विशिष्ट ग़ज़लकार : दिनेश प्रभात
दोस्तो! साहित्य में नौ रस होते हैं. सोचा भी नहीं था कि कभी दस वांँ भी रस होगा और उसका नाम होगा - वायरस. कविताओं...
लघुकथा : कैलाश झा ‘किंकर’
बाबूजी ठीक कह रहे हैं - कैलाश झा किंकर 'कोरोनटाईन सेंटर के प्रभारी के रूप में तुमने ग़लत कमाई का जो अम्बार खड़ा कर...