गहन संवेदना का प्रमाण ‘देवता पाषाण के’ :: डॉ.प्रेम प्रकाश त्रिपाठी
गहन संवेदना का प्रमाण ‘देवता पाषाण के’ डॉ.प्रेम प्रकाश त्रिपाठी गीतकार भाऊराव महंत का प्रथम गीत संग्रह ‘देवता पाषाण के’ गहन संवेदना का प्रमाण है। सभी गीतों का उद्गम प्रायः…
गहन संवेदना का प्रमाण ‘देवता पाषाण के’ डॉ.प्रेम प्रकाश त्रिपाठी गीतकार भाऊराव महंत का प्रथम गीत संग्रह ‘देवता पाषाण के’ गहन संवेदना का प्रमाण है। सभी गीतों का उद्गम प्रायः…
सुमन आशीष की तीन ग़ज़लें 1 तितलियाँ, तोते,गिलहरी यार थे बचपने के ये मेरे संसार थे आम बरगद नीम से थी दोस्ती चाँद-सूरज ख़ास रिश्तेदार थे घर बनाते थे नदी…
भरत प्रसाद की पांच कविताएं पिता को मुखाग्नि वह सबसे दुश्मन रात थी जब विदा हुए पिता जीवन से बिछी छाया की तरह पड़ा हुआ शरीर पुकार रहा था, हर…