समीक्षा :: ‘तस्वीर लिख रहा हूँ “

पुस्तक – समीक्षा सामाजिक तस्वीरों की ग़ज़लों के ‘ऋषि’ --डॉ. किशन तिवारी   पुस्तक - ‘तस्वीर लिख रहा हूँ’ (ग़ज़ल-संग्रह) कवि   - ऋषिपाल धीमान ‘ऋषि’...

समीक्षा :: ऑंगन का शजर

  स्त्री-जीवन और समकालीन यथार्थ को अभिव्यक्ति देती ग़ज़लें ‌‌                      -कमलेश भट्ट कमल कवयित्री ममता किरण मूलत: और मन से ग़ज़लकार ही हैं जैसा कि...

पुस्तक समीक्षा :: ‘देखा है उन्हें’ की

समय की नब्ज़ को टटोलती कविताओं का नायाब गुलदस्ता ‘देखा है उन्हें’  डॉ भावना 'देखा है उन्हें' रविंद्र उपाध्याय जी का सद्य  प्रकाशित कविता- संग्रह...

है सूरज छिपा कहाँ पर – मुकेश कुमार सिन्हा

गांव और प्रकृति की संवेदनशील कवयित्री गरिमा सक्सेना - मुकेश कुमार सिन्हा आलोचकों की हमेशा शिकायत रहती है कि नई पीढ़ी साहित्य का बँटाधार कर...

समीक्षा : मधुकर वनमाली

नई समीक्षा : ईदगाह (मुंशी प्रेमचंद) – मधुकर वनमाली सत्यम‌ शिवम‌ सुंदरम ईदगाह, हिन्दुस्तान की कहानी है।वह हिन्दुस्तान जिसकी तहजीब आज खो गई है।वही तहजीब...

पुस्तक समीक्षा : वो पता ढूंढें हमारा (ग़ज़ल संग्रह) – जीवन सिंह

मुसीबत में ईमान की रक्षा करने वाली ग़ज़लें - जीवन सिंह जब से दुष्यंत कुमार ने ग़ज़ल को उसकी अपनी पारंपरिक चौहद्दियों से बाहर निकालकर...

पुस्तक समीक्षा :: डाॅ सीमा शर्मा

भावों की सशक्त अभिव्यक्ति, भाषा का सरल प्रवाह : डॉ. सीमा शर्मा 'खिड़कियों से झाँकती आँखें' सुधा ओम ढींगरा का सातवाँ कहानी संग्रह है। इन...