विशिष्ट गीतकार :: दिनेश प्रभात
दिनेश प्रभात के चार गीत शर्माने में सूद आँगन जैसे युवा हो गया, देहरी हुई जवान फागुन में गूँगी दीवारें, देने लगीं बयान मौसम...
विशिष्ट ग़ज़लकार :: सुशील साहिल
सुशील साहिल की पांच ग़ज़लें 1 चराग़े-ज़ीस्त का साया सफ़र में निकला है मेरे वजूद का आधा सफ़र में निकला है नज़र से खींच...
विशिष्ट कहानीकार :: डॉ.पूनम सिंह
भँवर डॉ पूनम सिंह ‘‘मेल चाइल्ड ---- नो, इट्स फिमेल।’’ सास ने जानना चाहा था तो फेमिली डॉक्टर भारती भारद्वाज ने बहुत ही सहजता से...
स्त्री प्रेम की मार्मिक कथा कुलक्षिणी :: डॉ.भावना
स्त्री प्रेम की मार्मिक कथा कुलक्षिणी डॉ.भावना कुलक्षिणी उपन्यास हरिश्चंद्र दास का महत्वपूर्ण उपन्यास है, जो आर पब्लिकेशन मुंबई से छप कर आया है। इस...
अपने समय को समझने का महत्वपूर्ण दस्तावेज है जब थम गई दुनिया :: डॉ.भावना
अपने समय को समझने का महत्वपूर्ण दस्तावेज है जब थम गई दुनिया डॉ.भावना 'जब थम गई दुनिया' सुजीत वर्मा का सद्य: प्रकाशित उपन्यास है, जो...
ख़ास कलम – जयप्रकाश मिश्र
दोहे :: महानगरीय समस्याएँ जयप्रकाश मिश्र नंगेपन की दौड़ में, महानगर है आज। बिना शर्म की नग्नता, फिर भी करती नाज।।1।। भीड़-भाड़ की...
ख़ास कलम – के.पी.अनमोल
दोहे – के. पी. अनमोल जब-तब इसके वास्ते, युद्ध हुए अनमोल। नक़्शा रोटी का मगर, रहा हमेशा गोल।। ***** तन की सुंदरता जगत, करता है...
विशिष्ट गीतकार :: रंजना गुप्ता
रंजना गुप्ता के तीन गीत नदी की पीड़ा तुम क्या जानो पीर नदी की कितनी बार सिसक कर रोई जंगल जंगल घाटी घाटी चलती...
फज़लुर रहमान हाशमी की ग़ज़लों में अध्यात्म और दर्शन :: डॉ.जियाउर रहमान जाफरी
फज़लुर रहमान हाशमी की ग़ज़लों में अध्यात्म और दर्शन ...
लघुकथा :: डॉ.सतीश चंद्र भगत
डॉ.सतीश चंद्र भगत की दो लघुकथाएं दहेज की बलि चढ़ने से बच गई जब रोज-रोज पड़ोसी के घर से लड़ाई के स्वर सुनकर विजय...