विशिष्ट कवि :: डॉ. अभिषेक कुमार
सफरनामा कभी कभी मैं जब अपनी प्यास के सफरनामे की पड़ताल करने बैठता हूँ तो मुझे महसूस होता है की इस सफरनामे में मैंने हरिद्वार...
इंटरनेट वाला प्यार :: सुभाषिणी कुमार
इंटरनेट वाला प्यार सुभाषिनी कुमार कई बार ऐसा होता है कि हमारी खुशी हमारे आस पास ही होती है लेकिन वो हमें दिखती नहीं। मैं...
लघुकथा :: सुभाषिणी कुमार
इंटरनेट वाला प्यार सुभाषिनी कुमार कई बार ऐसा होता है कि हमारी खुशी हमारे आस पास ही होती है लेकिन वो हमें दिखती नहीं। मैं...
विशिष्ट कहानीकार :: रूबी भूषण
अनसुलझी व्यथा रूबी भूषण नारी को हमेशा मजबूत पक्ष के रूप में दर्शाया जाता रहा है या फिर बिल्कुल दबी-कुचली दुःख से पीड़ित समाज द्वारा...
समाज व साहित्य को नवीन दिशा में ले जाती गुलाबी गलियाँ :: विनोद शर्मा ‘सागर’
समाज व साहित्य को नवीन दिशा में ले जाती गुलाबी गलियाँ -विनोद शर्मा ’सागर’ आजादी की पौन सदी व्यतीत हो चुकी है। हम आजादी का...
संगमन :: कला में लोक और अभिजात्य का द्वंद
रपट: संगमन-25 कला में लोक और अभिजात्य का द्वंद कमलेश भट्ट कमल वर्ष 1993 में कानपुर से प्रारंभ 'संगमन' अपनी अवधारणा में अन्यतम और...
बिहारी बोलियों की लोक – कथाओं का अध्ययन :: डॉ.शांति कुमारी
बिहारी बोलियों की लोक - कथाओं का अध्ययन डाॅ शान्ति कुमारी डॉ ग्रियर्सन ने भोजपुरी और मैथिली का अध्ययन बिहारी भाषा के अंतर्गत किया...
निवेदिता रश्मि की दो लघुकथाएं
निवेदिता रश्मि की दो लघुकथाएं किताबें और झुमकें! इससे बेहतर उपहार भला क्या होगा! जब किसी को हम कुछ देते हैं तो बस उसका एक...
विशिष्ट कवि :: सुशील कुमार
सुशील कुमार की सात कविताएं 【1】 पगडंडियों पर चलते हुए मैंने देखा - चरवाहे अपनी गायें चराते गाते जा रहे थे शायद कोई ताजा गीत,...
इशारों में बात करती है ‘चाक पर घूमती रही मिट्टी’ :: संजय कुमार कुंदन
उम्र भर हम सफर में भटकते रहे... अभी मौजूदा शायरी (मैं उर्दू और हिंदी गजलों के विवाद में पड़ना नहीं चाहता) के दौर में मुशायरों...