इंटरनेट वाला प्यार :: सुभाषिणी कुमार

 इंटरनेट वाला प्यार सुभाषिनी कुमार कई बार ऐसा होता है कि हमारी खुशी हमारे आस पास ही होती है लेकिन वो हमें दिखती नहीं। मैं...

विशिष्ट कहानीकार :: रूबी भूषण

अनसुलझी व्यथा रूबी भूषण नारी को हमेशा मजबूत पक्ष के रूप में दर्शाया जाता रहा है या फिर बिल्कुल दबी-कुचली दुःख से पीड़ित समाज द्वारा...

समाज व साहित्य को नवीन दिशा में ले जाती गुलाबी गलियाँ :: विनोद शर्मा ‘सागर’

समाज व साहित्य को नवीन दिशा में ले जाती गुलाबी गलियाँ -विनोद शर्मा ’सागर’ आजादी की पौन सदी व्यतीत हो चुकी है। हम आजादी का...

बिहारी बोलियों की लोक – कथाओं का अध्ययन :: डॉ.शांति कुमारी

बिहारी बोलियों की लोक - कथाओं का अध्ययन डाॅ शान्ति कुमारी   डॉ ग्रियर्सन ने भोजपुरी और मैथिली का अध्ययन बिहारी भाषा के अंतर्गत किया...

इशारों में बात करती है ‘चाक पर घूमती रही मिट्टी’ :: संजय कुमार कुंदन

उम्र भर हम सफर में भटकते रहे... अभी मौजूदा शायरी (मैं उर्दू और हिंदी गजलों के विवाद में पड़ना नहीं  चाहता) के दौर में मुशायरों...