अनेक मान्यताओं का साक्षी मंदार बिखेर रहा है सांस्कृतिक गरिमा :: कुमार कृष्णन
अनेक मान्यताओं का साक्षी मंदार बिखेर रहा है सांस्कृतिक गरिमा - कुमार कृष्णन अनेक पौराणिक किंवदंतियों से जूझता मंदार पर्वत शांत, अविचल खड़ा है। काले...
विशिष्ट ग़ज़लकार :: डॉ विनोद प्रकाश गुप्ता ‘शलभ’
डॉ विनोद प्रकाश गुप्ता ‘शलभ’ की चार ग़ज़लें 1 मुझे इश्क़ का तो पता नहीं , तेरे दिल का मुझको ख़याल है , जो मैं...
विशिष्ट गीतकार :: रामकिशोर दाहिया
रामकिशोर दाहिया के सात गीत बन गए बम नील नभ है टोकरी भर एक सूपा से धरा कम नापना हो नाप लें सच है यही...
ख़ास कलम :: दिनेश बाबा
अंगिका दोहा दिनेश बाबा बाबा खल के दोसती, दुक्खे दै के जाय। बदमाशी आँखें करै,देह कुटम्मस खाय।। प्रेम आरु गाढ़ो हुवै,बाढ़ै जब बिलगाव। भाँसै तेजी...
विशिष्ट कहानीकार :: पंखुरी सिन्हा
अभी बस इतना ही पंखुरी सिन्हा 'किसी और से प्यार करती हूँ, ये शादी जबर्दस्ती कर दी गई है!' 'देखिये, ये शादी मेरी मर्ज़ी के...
सुरेश सौरभ की दो लघुकथाएं
ईश्वर के लिए उसे समझा-समझा, पक चुके थे, पर वह न मानता, कहता-बच्चे ईश्वर की देन हैं। नौंवीं संतान को जन्म देते वक्त जब उसकी...
हिंदी ग़ज़लों की महत्वपूर्ण कृति ‘रास्तों से रास्ते निकले’ : डॉ भावना
हिंदी ग़ज़लों की महत्वपूर्ण कृति 'रास्तों से रास्ते निकले' : - डॉ भावना 'रास्तों से रास्ते निकले ' लब्ध प्रतिष्ठित ग़ज़लकार ज़हीर कुरेशी का ग़ज़ल...
अविभाजित भारत का पहला कृषि अनुसंधानशाला पूसा (बिहार) और पूसा (दिल्ली) :: वीरेन नंदा
अविभाजित भारत का पहला कृषि अनुसंधानशाला पूसा (बिहार) और पूसा (दिल्ली) - वीरेन नंदा बिहार के मुजफ्फरपुर से तीस किलोमीटर दूर पूसा में कभी...